आज 'सुधन्वा' का अंतिम बयान पढ़ते है, आइये पढ़े...!
"*सुधन्वा*" (गीति नाट्य) -- डॉ. एस पॉल ।
(प्रस्तुत गीति-नाट्य में 12 पात्र 12 आयामों का प्रकटीकरण है, यथा:- कालचक्र, अश्वमेध-यज्ञ, अश्व, महाभारत, काल, चम्पकपुरी, राजा हंसध्वज, शंख-लिखित, अवतार, भारतवर्ष, कृष्णार्जुन और सुधन्वा । ध्यातव्य है, 'सुधन्वा' ऐतिहासिक नायक थे । )
"*सुधन्वा*" (गीति नाट्य) -- डॉ. एस पॉल ।
(प्रस्तुत गीति-नाट्य में 12 पात्र 12 आयामों का प्रकटीकरण है, यथा:- कालचक्र, अश्वमेध-यज्ञ, अश्व, महाभारत, काल, चम्पकपुरी, राजा हंसध्वज, शंख-लिखित, अवतार, भारतवर्ष, कृष्णार्जुन और सुधन्वा । ध्यातव्य है, 'सुधन्वा' ऐतिहासिक नायक थे । )
सुधन्वा
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अंतिम - पात्र प्रवीर सुधन्वा को, धन्ना - धन से कोई मेल नहीं,
सन्तातिथि सेवक होकर भी , भगवान को पाना खेल नहीं ।
दृढ़-प्रतिज्ञ अटल सुधन्वा , द्वार पर भगवान लाना चाहता था,
तप की प्रतिगमन से आज , नहीं मौका छोड़ना चाहता था ।
सुधन्वा जब देखा वहाँ , तो कृष्ण नहीं थे बैठे ,
अर्जुन केवल खड़े - खड़े , गाण्डीव लेकर ऐ ऐंठे ।
कृष्णभक्त सुधन्वा , कृष्ण - दर्शन को ले बड़े उत्सुक ,
ललकार से कृष्ण बुला , हे नर ! अर्जुन से लड़े उपशुक ।
बच तेल कढ़ाही से निकल , सुधन्वा अमर बना था ,
तीन - तीर शपथ लेकर अर्जुन , यह समर बना था ।
त्रितीर गमन को काट दूंगा , ले सुधन्वा कृष्ण - शपथ ,
तीर -द्वय काटकर फिर सुधन्वा, तीसरा गिरा आधा कुपथ ।
अग्र - भाग में कृष्ण हरे ! दर्शन दे - दे चिंगारी ,
कटा ग्रीवा सुधन्वा का , कि जन्मना माँ की कोख ए प्यारी ।
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अंतिम - पात्र प्रवीर सुधन्वा को, धन्ना - धन से कोई मेल नहीं,
सन्तातिथि सेवक होकर भी , भगवान को पाना खेल नहीं ।
दृढ़-प्रतिज्ञ अटल सुधन्वा , द्वार पर भगवान लाना चाहता था,
तप की प्रतिगमन से आज , नहीं मौका छोड़ना चाहता था ।
सुधन्वा जब देखा वहाँ , तो कृष्ण नहीं थे बैठे ,
अर्जुन केवल खड़े - खड़े , गाण्डीव लेकर ऐ ऐंठे ।
कृष्णभक्त सुधन्वा , कृष्ण - दर्शन को ले बड़े उत्सुक ,
ललकार से कृष्ण बुला , हे नर ! अर्जुन से लड़े उपशुक ।
बच तेल कढ़ाही से निकल , सुधन्वा अमर बना था ,
तीन - तीर शपथ लेकर अर्जुन , यह समर बना था ।
त्रितीर गमन को काट दूंगा , ले सुधन्वा कृष्ण - शपथ ,
तीर -द्वय काटकर फिर सुधन्वा, तीसरा गिरा आधा कुपथ ।
अग्र - भाग में कृष्ण हरे ! दर्शन दे - दे चिंगारी ,
कटा ग्रीवा सुधन्वा का , कि जन्मना माँ की कोख ए प्यारी ।
(समाप्त)
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