'ऐसी भी क्या दुश्मनी ?'
आजकल पशु-पक्षी के साथ मानव काफी क्रूर हो गए हैं । कुछ दिन पहले एक ग्रामीण व्यक्ति ने एक कुत्ते का पूँछ काट दिया । जब कुत्ता चिल्लाते हुए, पूरे चौक में कटे पूँछ से खून गिराते हुए भागने लगे तो ग्रामीण जनता कुत्ते को बचाने इकट्ठे हुए । कुत्ते के मालिक से पूछने पर वे बताते है कि -- पूँछ कटाने से कुत्ता तेज बनेगा । जब ग्रामीणों ने मिलकर उस व्यक्ति को समझाया कि पूँछ उसका हाथ की तरह है -- मक्खी , मच्छर , गन्दगी आदि को झाड़ने के लिए वह इसका उपयोग करते है पर वह व्यक्ति झगड़े पर अड़ गया और कहने लगा मेरा कुत्ता है मैं जो मन करू , करूँगा इसके साथ ।
मैं फेसबुक द्वारा कहना चाहूंगा कि कृपया पशु-पक्षियों के साथ ऐसा क्रूर व्यवहार न करे । वह मूक प्राणी है और प्रकृति की अनमोल कृति हैं उसका ख्याल रखे ताकि जब आप घर पर नहीं रहते है तो यह कुत्ता ही घर की देखभाल चौकीदार की तरह करते है और हिन्दू धर्म में इसे भैरो बाबा भी कहते है !
टी.मनु --
0 comments:
Post a Comment