किसी भी 'स्वप्न' को साकार करने के लिए मनुष्य को यह विश्वास करना पड़ेगा कि 'असंभव' को पार किया जा सकता है और असंभव को पार करने के लिये काफी मेहनत करनी पड़ती है तथा इसके लिए सप्ताह, महीना या साल नहीं देखें जाते हैं। आज मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं पुस्तक 'जीवन अद्भुत है'... कि लघु प्रेरक समीक्षा...
#लप्रेस #लघु_प्रेरक_समीक्षा
'क्रिकेट' हमेशा ही कुछ नई 'सीख' देती है, लेकिन हर नई 'सीख' से पहले आँसू हमारे गम में शामिल हो जाती है । यह किताब 'अद्भुत' विचारों से भरे पड़े हैं, लेकिन 'गम' से निकलना इतना ही आसान होता, तो हम 'रोते' ही नहीं !
-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
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