हिंदी भाषा के सुप्रसिद्ध कथाकार हृदयेश ने अपने उपन्यास 'हत्या' में एक छोटे शहर की अजीब ज़िंदगी को अद्भुत तरीके से पेश किये हैं। आइये, आज मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं उपन्यास 'हत्या' की लघु प्रेरक समीक्षा...
#लप्रेस #लघु_प्रेरक_समीक्षा
शिवनारायण एक आदर्शवादी व्यक्ति है, और एक है चुन्नू,जो शहर का नामी गुंडा है। वह आदर्शवादी व्यक्ति चुन्नू के गलत हरकतों पर उत्तेजित होकर, उसके साथ कोई शत्रुता न होने के बावजूद भी, एक दिन उसकी हत्या कर देता है। मुकदमा चलता है और अंततः शिवनारायण को फाँसी दे दी जाती है । ऐसी क्या वजह थी कि एक आदर्शवादी व्यक्ति 'हत्यारा' बन जाता है, क्यों बनता, कैसे बनता है, इन सभी पहलुओं को लेखक ने प्रभावशाली ढंग से किताब में वर्णित किया है।
-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
0 comments:
Post a Comment