वेद प्रकाश शर्मा जी के उपन्यास की कहानी मन को जहाँ छूती है, वहीं पुस्तक में शब्दों का चयन, उन्हें महान उपन्यासकार साबित भी करती है। आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में आज पढ़ते हैं उपन्यास दुल्हन मांगे दहेज की लघु प्रेरक समीक्षा...
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शर्मा जी के उपन्यास में यह खासियत रहती है कि कहानी के अंत तक पाठकों में रोमांच बनी रहे ! 'दुल्हन मांगे दहेज' की कहानी एक ऐसे परिवार की है, जिस परिवार ने कभी दहेज़ नहीं मांगा, कभी दहेज़ की इच्छा तक व्यक्त नहीं की, उसी परिवार पर दहेज़ के लिए अपनी बहु को मारने का आरोप लगा । न सिर्फ आरोप लगा, बल्कि उनके ही घर से उनकी बहु की लाश भी मिली और साथ ही अपने मायके वालों को लिखा गया यह लेटर भी कि मेरे ससुराल वाले दहेज़ के भूखे हैं । आखिर क्या था राज ? जानने के पढ़ना ही पड़ेगा, यह अद्भुत उपन्यास ।
-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
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