'इश्क़' वाली किताबें जहाँ युवाओं के साथ-साथ बुजुर्गों में भी एक अलग तरह की जोश भर देती हैं, वहीं उपन्यास 'I LOVE YOU' को पढ़कर रुमानियत भरी अहसास जरूर होने लगती है। आइये मैसेंजर ऑफ आर्ट में आज पढ़ते हैं श्रीमान कुलदीप राघव के उपन्यास की लघु, किंतु प्रेरक व प्यार भरी समीक्षा...
#लप्रेस #लघु_प्रेरक_समीक्षा
'I LOVE YOU' यही नाम कुलदीप जी के उपन्यास का । 'उपन्यास' की कहानी कुछ-कुछ फिल्मी है, परंतु कहानी के अंदर जैसे-जैसे हम प्रवेश करते जाते हैं उपन्यास हमें अपने आगोश में लेने लगती है, परंतु लेखक साहब उपन्यास में यदि चाहते, तो 10 पन्ने जरूर कम कर सकते थे।
-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
#लप्रेस #लघु_प्रेरक_समीक्षा
'I LOVE YOU' यही नाम कुलदीप जी के उपन्यास का । 'उपन्यास' की कहानी कुछ-कुछ फिल्मी है, परंतु कहानी के अंदर जैसे-जैसे हम प्रवेश करते जाते हैं उपन्यास हमें अपने आगोश में लेने लगती है, परंतु लेखक साहब उपन्यास में यदि चाहते, तो 10 पन्ने जरूर कम कर सकते थे।
-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
0 comments:
Post a Comment