शादी-विवाह पर प्रत्येक व्यक्तियों के अलग-अलग राय हो सकते हैं, लेकिन मैसेंजर ऑफ आर्ट में आज पढ़ते हैं एक अद्वितीय विचार शादी-विवाह के बारे में...
कोई ब्राह्मण अपनी बेटी की अरेंज मैरिज किसी मोची के लड़के से कराकर तो देखें ! देश में जिस दिन से हर कोई शादी-विवाह में अपनी धर्म और जाति से परे अरेंज मैरिज करने के बारे में सोचने लग जाएंगे, उस दिन से भारत एक सच्चा 'धर्मनिरपेक्ष' राष्ट्र कहला सकेगा !
-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
कोई ब्राह्मण अपनी बेटी की अरेंज मैरिज किसी मोची के लड़के से कराकर तो देखें ! देश में जिस दिन से हर कोई शादी-विवाह में अपनी धर्म और जाति से परे अरेंज मैरिज करने के बारे में सोचने लग जाएंगे, उस दिन से भारत एक सच्चा 'धर्मनिरपेक्ष' राष्ट्र कहला सकेगा !
-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
0 comments:
Post a Comment