आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, गणितज्ञ डॉ. सदानंद पॉल द्वारा आविष्कृत 'सदानंदकु' (Sadanandku) यानी दुनिया का सबसे बड़ा हस्तलिखित 'सुडोकु' के बारे में, उन्हीं के आलेख के माध्यम से ! ....तो इसे शीघ्र ही पढ़ डालिए.....
हस्तलिपि में संसार के सबसे बड़े 'सुडोकु' (Sudoku) का निर्माण
सुडोकु या सु-डोकु (Sudoku या Su Doku) एक गणितीय विधा है, जो जापान से निकलकर संपूर्ण संसार में फैली अनोखी गणितीय पहेली है, किंतु विकिपीडिया के अनुसार, यह गणितीय पहेली सबसे पहले 1970 में न्यूयॉर्क में प्रकशित हुई थी, इसके बाद ही इस पहेली को वर्ष 1984 में जापान से निकलनेवाली अखबार 'निकोली' ने प्रकाशित किया था। वर्ष 2005 में प्राय: देशों के अखबारों ने इस पहेली को स्तम्भ के रूप में अनवरत प्रकाशन शुरू किया । भारत के कई अखबारों ने भी इसके प्रकाशन में दिलचस्पी दिखाई । अब तो इस गणितीय पहेली की वास्तविक उम्र 50 वर्ष हो गयी है। वर्ष 2020 तो सुडोकु का स्वर्ण जयंती वर्ष है। इतना तय है, सुडोकु जापानी शब्द है, जिनका अर्थ 'अकेला अंक' होता है।
ध्यातव्य है, सुडोकु एक ऐसा गणितीय खेल है, जिनमें एक व्यक्ति ही रहता है और जो वर्गपहेली या शब्दपहेली की भाँति लोगों को मनोरंजन के साथ उनके मस्तिष्क को गणित विधा के प्रति न केवल मेधावी बनाता है, अपितु अंकों और संख्याओं के खेल में दिलचस्पी बढ़ाता है और उन्हें एतदर्थ जागरूक भी करता है। इस गणितीय पहेली में एक वर्ग के अन्दर 9×9 'खाने' बने होते हैं, जो 6 बड़े खाने में विभक्त होते हैं और यह 3×3 के वर्ग में ही समायोजित होती है । खेल में एक पंक्ति या स्तम्भ (क्षैतिज और उदग्र) में 1 से 9 तक के ही अंकों को इस तरह भरते हैं कि कोई भी अंक एक पंक्ति (क्षैतिज या उदग्र) में दुबारा नहीं आ पाए, न ही 3x3 के वर्ग में ही। यह पहेली स्वयं में रोमांचक इस कारण से भी है कि लोगों को लगता है, यह जितना आसान है, उतना आसान यह है नहीं ! तभी तो यह पहेली है।
हालाँकि अखबारों में इस पहेली के लिए जो स्तम्भ दिए होते हैं, उनके कई खाने में कुछ अंकों को उद्धृत कर दिया जाता है । इसके बावजूद इसतरह की पहेली में विविध-विविध प्रकारों से खाने में अंक भरकर 'सुडोकु' को पूर्ण किया जाता है । ज्ञात हो, अखबारों से सर्वाधिक 'सुडोकु' क्लिपिंग या कटिंग इकट्ठे करने को लेकर सुश्री अर्चना कुमारी के नाम नेशनल रिकॉर्ड है, जो लगातार दूसरी बार अपने ही रिकॉर्ड को ध्वस्त कर Limca Book of Records में दर्ज कराई है।
यह तो सिर्फ 9 अंकों की ही सुडोकु है, किंतु भारतीय लॉकडाउन में घर में अनवरत रहने को अवसर में ढालकर मैंने (Sadanand Paul) 81 अंकों [Eightyone digits] के वृहद सुडोकु बना डाला, जो कलम द्वारा कागज (पेपर) पर बनाई गई Hand Written (हस्तलिखित) में संसार की सबसे बड़ी सुडोकु है। इसे 'कोरोनाकु' (Coronaku) कह सकते हैं । अगर बनानेवाले शख़्स को श्रेय दी जाय, तो मेरा नाम जोड़कर इस गणितीय पहेली को 'सदानंदकु' (Sadanandku) भी कह सकते हैं !
हस्तलिपि में संसार के सबसे बड़े 'सुडोकु' (Sudoku) का निर्माण
सुडोकु या सु-डोकु (Sudoku या Su Doku) एक गणितीय विधा है, जो जापान से निकलकर संपूर्ण संसार में फैली अनोखी गणितीय पहेली है, किंतु विकिपीडिया के अनुसार, यह गणितीय पहेली सबसे पहले 1970 में न्यूयॉर्क में प्रकशित हुई थी, इसके बाद ही इस पहेली को वर्ष 1984 में जापान से निकलनेवाली अखबार 'निकोली' ने प्रकाशित किया था। वर्ष 2005 में प्राय: देशों के अखबारों ने इस पहेली को स्तम्भ के रूप में अनवरत प्रकाशन शुरू किया । भारत के कई अखबारों ने भी इसके प्रकाशन में दिलचस्पी दिखाई । अब तो इस गणितीय पहेली की वास्तविक उम्र 50 वर्ष हो गयी है। वर्ष 2020 तो सुडोकु का स्वर्ण जयंती वर्ष है। इतना तय है, सुडोकु जापानी शब्द है, जिनका अर्थ 'अकेला अंक' होता है।
ध्यातव्य है, सुडोकु एक ऐसा गणितीय खेल है, जिनमें एक व्यक्ति ही रहता है और जो वर्गपहेली या शब्दपहेली की भाँति लोगों को मनोरंजन के साथ उनके मस्तिष्क को गणित विधा के प्रति न केवल मेधावी बनाता है, अपितु अंकों और संख्याओं के खेल में दिलचस्पी बढ़ाता है और उन्हें एतदर्थ जागरूक भी करता है। इस गणितीय पहेली में एक वर्ग के अन्दर 9×9 'खाने' बने होते हैं, जो 6 बड़े खाने में विभक्त होते हैं और यह 3×3 के वर्ग में ही समायोजित होती है । खेल में एक पंक्ति या स्तम्भ (क्षैतिज और उदग्र) में 1 से 9 तक के ही अंकों को इस तरह भरते हैं कि कोई भी अंक एक पंक्ति (क्षैतिज या उदग्र) में दुबारा नहीं आ पाए, न ही 3x3 के वर्ग में ही। यह पहेली स्वयं में रोमांचक इस कारण से भी है कि लोगों को लगता है, यह जितना आसान है, उतना आसान यह है नहीं ! तभी तो यह पहेली है।
हालाँकि अखबारों में इस पहेली के लिए जो स्तम्भ दिए होते हैं, उनके कई खाने में कुछ अंकों को उद्धृत कर दिया जाता है । इसके बावजूद इसतरह की पहेली में विविध-विविध प्रकारों से खाने में अंक भरकर 'सुडोकु' को पूर्ण किया जाता है । ज्ञात हो, अखबारों से सर्वाधिक 'सुडोकु' क्लिपिंग या कटिंग इकट्ठे करने को लेकर सुश्री अर्चना कुमारी के नाम नेशनल रिकॉर्ड है, जो लगातार दूसरी बार अपने ही रिकॉर्ड को ध्वस्त कर Limca Book of Records में दर्ज कराई है।
यह तो सिर्फ 9 अंकों की ही सुडोकु है, किंतु भारतीय लॉकडाउन में घर में अनवरत रहने को अवसर में ढालकर मैंने (Sadanand Paul) 81 अंकों [Eightyone digits] के वृहद सुडोकु बना डाला, जो कलम द्वारा कागज (पेपर) पर बनाई गई Hand Written (हस्तलिखित) में संसार की सबसे बड़ी सुडोकु है। इसे 'कोरोनाकु' (Coronaku) कह सकते हैं । अगर बनानेवाले शख़्स को श्रेय दी जाय, तो मेरा नाम जोड़कर इस गणितीय पहेली को 'सदानंदकु' (Sadanandku) भी कह सकते हैं !
नमस्कार दोस्तों !
'मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट' में आप भी अवैतनिक रूप से लेखकीय सहायता कर सकते हैं । इनके लिए सिर्फ आप अपना या हितचिंतक Email से भेजिए स्वलिखित "मज़ेदार / लच्छेदार कहानी / कविता / काव्याणु / समीक्षा / आलेख / इनबॉक्स-इंटरव्यू इत्यादि"हमें Email -messengerofart94@gmail.com पर भेज देने की सादर कृपा की जाय ।
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