उन्हें उनके रियल नाम से कम, लेकिन गुलजार नाम से अधिकतर लोग जानते हैं ! आज उनका जन्मदिवस है। मैसेंजर ऑफ आर्ट की तरफ से उन्हें जन्मदिवस की हार्दिक बधाई ! आइये, उनके बारे में जानते हैं डॉ. सदानंद पॉल के माध्यम से...
हिंदी सिनेमा के प्रख्यात गीतकार व कवि 'गुलज़ार' जी के जन्मदिवस (18 अगस्त) पर उन्हें अनंत शुभमंगलकामनाएँ, किन्तु वे अपना जन्मदिन मनाते जो नहीं हैं !
पूरा नाम 'सम्पूरन सिंह कालरा' है, जो कार मैकेनिक थे, किन्तु 'गुलज़ार' उपनाम ने उन्हें वैश्विक ऊँचाइयों दी, जिस भाँति से UNO में हिंदी में भाषण देनेवाले पहले व्यक्ति भारत रत्न अटल जी थे, वहीं विदेशी संस्थान व अमेरिकी संस्थान Ford Foundation के International Fellowship के लिए हिंदी में साक्षात्कार देनेवाला मैं भी पहला भारतीय हूँ।
गुलज़ार साहब के हिंदी गीत 'जय हो....' को 'ऑस्कर अवार्ड' मिला था, जोकि इस मंच से हिंदी के लिए पहलीबार वैश्विक सम्मान की बात रही, किन्तु ऑस्कर अवॉर्ड समारोह का निश्चित 'ड्रेस कोड' व पेंट-शर्ट व सफारी-कोट नहीं पहनने के कारण व धोती और पायजामा में समारोह में प्रवेश की इजाजत नहीं मिल पाने से विक्षुब्ध होकर उन्होंने अपने तरफ से ऑस्कर अवार्ड समारोह का बॉयकाट किया !
ऐसे हैं, हिंदी और भारतीय संस्कृति के संरक्षक 85 वर्षीय 'गुलज़ार' साहब शतायुजीवी हों !
ऐसी शुभकामना है।
नमस्कार दोस्तों !
'मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट' में आप भी अवैतनिक रूप से लेखकीय सहायता कर सकते हैं । इनके लिए सिर्फ आप अपना या हितचिंतक Email से भेजिए स्वलिखित "मज़ेदार / लच्छेदार कहानी / कविता / काव्याणु / समीक्षा / आलेख / इनबॉक्स-इंटरव्यू इत्यादि"हमें Email-messengerofart94@gmail.com पर भेज देने की सादर कृपा की जाय ।
श्रीमान गुलजार |
हिंदी सिनेमा के प्रख्यात गीतकार व कवि 'गुलज़ार' जी के जन्मदिवस (18 अगस्त) पर उन्हें अनंत शुभमंगलकामनाएँ, किन्तु वे अपना जन्मदिन मनाते जो नहीं हैं !
पूरा नाम 'सम्पूरन सिंह कालरा' है, जो कार मैकेनिक थे, किन्तु 'गुलज़ार' उपनाम ने उन्हें वैश्विक ऊँचाइयों दी, जिस भाँति से UNO में हिंदी में भाषण देनेवाले पहले व्यक्ति भारत रत्न अटल जी थे, वहीं विदेशी संस्थान व अमेरिकी संस्थान Ford Foundation के International Fellowship के लिए हिंदी में साक्षात्कार देनेवाला मैं भी पहला भारतीय हूँ।
गुलज़ार साहब के हिंदी गीत 'जय हो....' को 'ऑस्कर अवार्ड' मिला था, जोकि इस मंच से हिंदी के लिए पहलीबार वैश्विक सम्मान की बात रही, किन्तु ऑस्कर अवॉर्ड समारोह का निश्चित 'ड्रेस कोड' व पेंट-शर्ट व सफारी-कोट नहीं पहनने के कारण व धोती और पायजामा में समारोह में प्रवेश की इजाजत नहीं मिल पाने से विक्षुब्ध होकर उन्होंने अपने तरफ से ऑस्कर अवार्ड समारोह का बॉयकाट किया !
ऐसे हैं, हिंदी और भारतीय संस्कृति के संरक्षक 85 वर्षीय 'गुलज़ार' साहब शतायुजीवी हों !
ऐसी शुभकामना है।
नमस्कार दोस्तों !
'मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट' में आप भी अवैतनिक रूप से लेखकीय सहायता कर सकते हैं । इनके लिए सिर्फ आप अपना या हितचिंतक Email से भेजिए स्वलिखित "मज़ेदार / लच्छेदार कहानी / कविता / काव्याणु / समीक्षा / आलेख / इनबॉक्स-इंटरव्यू इत्यादि"हमें Email-messengerofart94@gmail.com पर भेज देने की सादर कृपा की जाय ।
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