श्रीमान प्रभात बांधुल्या |
लड़कियाँ यहाँ अछूत हैं
छुई नहीं जाती
लेकिन बड़ों दाँतों के निशान
मिल जाते हैं इनके जिस्म पर
बिस्तर बन जाता है
कोई खेत, बगीचा, खड़ी
जहाँ अछूत से मिलन का
घण्टों चलता है खेल
अछूत को छू लेने के बाद
बड़े कोई सबूत नहीं छोड़ते
क्योंकि अछूतों की
लड़कियाँ छुई नहीं जाती !
नमस्कार दोस्तों !
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