आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, कवयित्री अंजूलिका चतुर्वेदी जी की प्रेमपूर्ण कविता.......
कभी-कभी यूँ तुम्हारा,
चाँद को मेरा कंगन कहना,
होठों को कलियों से सजाना
और कभी-कभार,
लहरों की पायल पहनाना,
कुछ जुगनू बालों में सजाना।
नमस्कार दोस्तों !
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