आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं; कवयित्री सीमा सिंह जी की विचारपूर्ण कविता....
कौन हैं वो,
जिसमें कमी नहीं है,
आसमां के पास भी तो;
ज़मीं नहीं है।
कौन सी आँख है वो,
जिसमें नमी नहीं हैं,
भले ही ढके हैं नक़ाब;
पर ज़िन्दगी थमी नहीं है।
नमस्कार दोस्तों !
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