आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, उपन्यास वेंटिलेटर इश्क़ के लेखक द्वारा समीक्षित कथासम्राट प्रेमचंद की कहानी खुदाई फौजदार की अद्वितीय समीक्षा.......
प्रेमचंद की कहानी 'खुदाई फौजदार' के बहाने एक खोजी फौजदारी, यथा- इतने बड़े (अमीर) सेठ को मालूम क्यों नहीं चला कि जब उसने किसी तरह के पुलिस कंप्लेन किया ही नहीं, तो आखिरकार कांस्टेबल वहाँ कैसे आ गए, जबकि साधारणतया हर इंसान ऐसी जानकारी से अवगत रहते ही हैं ?
प्रेमचंद लिखित कथा 'खुदाई फौजदार' एक ऐसी कहानी है, जिनके दृष्टांत उस समय तो निश्चित ही नामुमकिन थी, क्योंकि चार कांस्टेबल अंग्रेजदां जमाने में और उसमें भी उनके ड्रेस कोड में इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे कर सकते हैं ?
जो हो, कथा मस्तानी है, किन्तु दास्ताँ नई की नई है !
नमस्कार दोस्तों !
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