फ़ोटो साभार- गूगल |
क्या सुंदर महिलाओं को ही वधू होनी चाहिए ? क्या प्रस्तुत कहानी 'कथाकार' के किसी उपन्यास का अंश है ? क्या कथाकार के समय में शराब की नदियाँ बहती थी ? क्या कथा में नायक को चोट सचमुच लगी थी ?
जो भी हो, प्रेमचंद रचित कहानी 'कमलाचरण के मित्र' अतिउत्साही कथा है, जहाँ मित्रता का अर्थ पूर्ण मित्रता के रूप में परिभाषित नहीं है !
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