फ़ोटो साभार- गूगल |
प्रेमचंद की कहानी 'सैलानी बंदर' !
क्या प्रेमचंदीय युग में बंदूकें अधिकांश लोगों के पास होते थे ? मदारी को कैसे पता कि यह साहब का घर है अथवा वे घर पर हैं ? क्या उस काल के अमीर व्यक्ति निर्दयी होते थे ? वैसे सैलानी का सीधा अर्थ पर्यटक से है और कथाशीर्षक लिए बंदर का मालिक मदारी होते हैं !
जो भी हो, प्रेमचंद रचित 'सैलानी बंदर' पशु प्रेम पर आधारित अनोखी कहानी है, जिसमें प्रेम है, तो गुस्सा भी है, इसके बावजूद प्रस्तुत कथा भावनात्मक 'ब्लैकमेल' जरूर करती हैं !
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