आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, श्रीमान सुधीर मौर्य की प्रेमपूर्ण कविता.......
श्रीमान सुधीर मौर्य |
साल के
इस आखिरी महीने में
तेरा मिलना
तेरा बतियाना
तेरा हंसना तेरा मुस्कराना।
क्या कहूँ
कभी
ये महीना एक साथ
सावन,
बसंत
और फागुन लाता था।
नमस्कार दोस्तों !
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