आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, श्रीमान सौरभ शर्मा की अद्वितीय कविता.......
पूनम की रातों की मैं ताउम्र राह देखूँगा,
कम पड़ जाए ये जन्म तो हर जन्म इंतजार करूँगा,
लौटेगी वो पूनम की रातें फिर जीवन में मेरे,
वरना मैं ही चाँद के उस पार बन कर
एक तारा चमक बिखेरूँगा !
नमस्कार दोस्तों !
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