आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, कवि व लेखक रोहित सुकुमार की प्रेमपूर्ण रचना.......
श्री रोहित सुकुमार
दु:ख डरता है प्रेम से,
वह दूर बैठ प्रेम पर शक़ के,
हावी हो जाने का-
इंतजार करता है !
नमस्कार दोस्तों !
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