आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, कवयित्री नंदिता तनूजा की कविता......
ख्वाहिशों के शहर में
अपना घर बसा लिया
हाय रे! इश्क़ की धुनक
मैं और तुम के
ख्वाबों को सजा लिया
धड़कता है दिल
एक तेरे नाम से
इंतज़ार की घड़ियों को
आँखों का शोर बना लिया !
नमस्कार दोस्तों !
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