आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं; श्रीमती रचना भोला 'यामिनी' जी की रचना........
कवयित्री रचना भोला यामिनी |
जिंदगी दबे पांव चल रही है अपनी मौज में आगे-
ठहर कर इक जगह कुछ सोचती हूँ मैं...
सभी बातों के मायने उसे सौंप कर
बेमानी सी रवानी में सुकूं से हूँ मैं !
नमस्कार दोस्तों !
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